दोस्तो जैसा की आप जानते हो अगर हमारे शरीर मे विटामिन की कमी हो जाती है तो हमे कई सारे रोगों का सामना करना पड़ता है आज हम आपको इस पोस्ट मे विटामिन A ' b1'b2'b5'b12'c'd'e'K सभी के बारे मे विस्तार से बतायेगे इन विटामिन की कमी से हमे चक्कर आँखो की रोशनी कम हो जाना पाचन क्रिया सही ना होना बहुत अधिक थकावट होना मसुडो मे खराबी आना मे आपको एक एक कर मे सभी विटामिन के बारे मे आपको समझाता हूँ
विटामिन
A (रेटिनोल ) इस विटामिन से आँखो के रोग दुर हो जाते है यह ये हमारी त्वचा को अच्छी रखता है और स्लेस्मीक झिल्ली की कोशिकाओं की क्रियाओं के लिये आवश्क है इस विटामिन की कमी को दुर करने के लिये' मछली के यकृत का तेल' यकृत 'गुर्दा 'फल 'टमाटर 'गाजर 'मक्खन 'अंडे की जर्दी आदि अगर आप इन सभी चीजो का उपयोग करते हो तो आपकी विटामिन की कमी दुर हो जाता है
इसकी कमी के प्रभाव
रतोधी आना अगर आपको विटामिन A की कमी है तो आप इस समस्या से झूज सकते हो यही नही जीरोप्थेलमीया 'संक्रमण के प्रति प्रभाब्यता त्वचा और झीलीओ मे परिवर्तन आना दोषपूर्ण दाँत तथा बीमारियाँ आदि
विटामिन
b1-(थायमिन )
कर्बोहाइड्रेड उपापचय नियंत्रण 'ह्रदय 'तंत्रिका और पेशियों की सक्रियता के लिये आवश्यक इस कमी को दुर करने वाले उपाय बीज वाले अन्न को खाये माँस 'दुध' सोयाबीन 'मुर्गा 'अंकुरित अनाज' अंडा 'यीस्ट आदि
कमी के प्रभाव
इसकी कमी से भूख और वजन घट जाता है तंत्रिका का विकास रुक जाता है वेरी वेरी बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है थकान भी बहुत रहती है पेट की खराबी भी हो जाती है
विटामिन
b2(रैबोफ्लेबीन ) इसके होने वाले कार्य त्वचा और मुख की नीरोग्ता आँखो की सक्रियता इसे रोकने के लिये माँस 'सोयाबीन 'दुध 'हरी तरकारीया 'अंडे 'मुर्गे आदि
इसकी कमी से होने वाले रोग
कम दिखाई देना 'जीभ पर छाले पड़ जाना बुढ़ापा सा महसूस करना ज्यादा रोशनी ना झेल पाना आदि
विटामिन
b5-(नीयासीन.निकोटिनिक अम्ल ) इसके कार्य आमाशय और आँतों की सक्रियता और तंत्रिका तंत्र की सक्रियता के लिये
इसको दुर करने के उपाय
माँस मूँगफली का मक्खन आलू साबुत अनाज टमाटर पत्ते वाली तरकारीया आदि
कमी के प्रभाव
जीव का चिकनापन त्वचा पर फोड़ा फुंसि का होना पाचन क्रिया मे गड़बड़ होना मानसिक विकारों पेलाग्रा का होना
विटामिन
B12(साइनोकोबेलेमीन )
कार्य
रूधिरारू बनान न्यूक्लिक अम्ल के सन्सलेसर के लिये नाइट्रोजन उपापचय आदि
इसकी कमी के प्रभाव
इस की कमी से रुधिर की कमी का होना आदि विटामिन
c(अस्कोबीर्क )
कार्य
दाँतों का विकास तथा मज़बूती मसुडो की नीरोग्ता घाव भरना आदि
इसको दुर करने के उपाय
नीबू संतरा नारंगी टमाटर पत्ती वाली तरकारीया आंवला खट्टे पदार्थ आदि
कमी से प्रभाव
मसुडे फूलना अस्तीयो के चारो और स्त्राव जरा सी चोट पर रुधिर निकलने लगा अस्तीयो कमजोर होना विटामिन
D(केल्सीफेरोल )
कार्य
इस विटामिन से अस्तीयो और आँतों का निर्माण होता है
इसको दुर केसे करे
मछली का यकृत का तेल सम्पूर्ण दुध अंडे सूर्य का प्रकाश
कमी से प्रभाव
रिकेटस सूखा रोग कमजोर दाँत दाँतों के रोग दाँतों का सड़ना आदि
विटामिन
e(टोकोफेरॉल )
कार्य
सामान्य जनन
मुख्य स्त्रोत
पत्ती बाली तरकारीया दुध मक्खन अंकुरित गेहूँ वनस्पति तेल आदि
कमी से प्रभाव
जनन शक्ति का कम होना
विटामिन
k(फीलोक्बीनोन )
कार्य
रुधिर के समान्य थक्के जमना यकृत की समान्य क्रियाओ के लिये
मुख्य स्त्रोत
हरी तरकारीया सोयाबीन का तेल टमाटर आँतों मे जिवाडु भी सँस्लेसर करते है
कमी से प्रभाव
रुधिर स्त्राव का होना येठन आदि
विटामिन
A (रेटिनोल ) इस विटामिन से आँखो के रोग दुर हो जाते है यह ये हमारी त्वचा को अच्छी रखता है और स्लेस्मीक झिल्ली की कोशिकाओं की क्रियाओं के लिये आवश्क है इस विटामिन की कमी को दुर करने के लिये' मछली के यकृत का तेल' यकृत 'गुर्दा 'फल 'टमाटर 'गाजर 'मक्खन 'अंडे की जर्दी आदि अगर आप इन सभी चीजो का उपयोग करते हो तो आपकी विटामिन की कमी दुर हो जाता है
इसकी कमी के प्रभाव
रतोधी आना अगर आपको विटामिन A की कमी है तो आप इस समस्या से झूज सकते हो यही नही जीरोप्थेलमीया 'संक्रमण के प्रति प्रभाब्यता त्वचा और झीलीओ मे परिवर्तन आना दोषपूर्ण दाँत तथा बीमारियाँ आदि
विटामिन
b1-(थायमिन )
कर्बोहाइड्रेड उपापचय नियंत्रण 'ह्रदय 'तंत्रिका और पेशियों की सक्रियता के लिये आवश्यक इस कमी को दुर करने वाले उपाय बीज वाले अन्न को खाये माँस 'दुध' सोयाबीन 'मुर्गा 'अंकुरित अनाज' अंडा 'यीस्ट आदि
कमी के प्रभाव
इसकी कमी से भूख और वजन घट जाता है तंत्रिका का विकास रुक जाता है वेरी वेरी बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है थकान भी बहुत रहती है पेट की खराबी भी हो जाती है
विटामिन
b2(रैबोफ्लेबीन ) इसके होने वाले कार्य त्वचा और मुख की नीरोग्ता आँखो की सक्रियता इसे रोकने के लिये माँस 'सोयाबीन 'दुध 'हरी तरकारीया 'अंडे 'मुर्गे आदि
इसकी कमी से होने वाले रोग
कम दिखाई देना 'जीभ पर छाले पड़ जाना बुढ़ापा सा महसूस करना ज्यादा रोशनी ना झेल पाना आदि
विटामिन
b5-(नीयासीन.निकोटिनिक अम्ल ) इसके कार्य आमाशय और आँतों की सक्रियता और तंत्रिका तंत्र की सक्रियता के लिये
इसको दुर करने के उपाय
माँस मूँगफली का मक्खन आलू साबुत अनाज टमाटर पत्ते वाली तरकारीया आदि
कमी के प्रभाव
जीव का चिकनापन त्वचा पर फोड़ा फुंसि का होना पाचन क्रिया मे गड़बड़ होना मानसिक विकारों पेलाग्रा का होना
विटामिन
B12(साइनोकोबेलेमीन )
कार्य
रूधिरारू बनान न्यूक्लिक अम्ल के सन्सलेसर के लिये नाइट्रोजन उपापचय आदि
इसकी कमी के प्रभाव
इस की कमी से रुधिर की कमी का होना आदि विटामिन
c(अस्कोबीर्क )
कार्य
दाँतों का विकास तथा मज़बूती मसुडो की नीरोग्ता घाव भरना आदि
इसको दुर करने के उपाय
नीबू संतरा नारंगी टमाटर पत्ती वाली तरकारीया आंवला खट्टे पदार्थ आदि
कमी से प्रभाव
मसुडे फूलना अस्तीयो के चारो और स्त्राव जरा सी चोट पर रुधिर निकलने लगा अस्तीयो कमजोर होना विटामिन
D(केल्सीफेरोल )
कार्य
इस विटामिन से अस्तीयो और आँतों का निर्माण होता है
इसको दुर केसे करे
मछली का यकृत का तेल सम्पूर्ण दुध अंडे सूर्य का प्रकाश
कमी से प्रभाव
रिकेटस सूखा रोग कमजोर दाँत दाँतों के रोग दाँतों का सड़ना आदि
विटामिन
e(टोकोफेरॉल )
कार्य
सामान्य जनन
मुख्य स्त्रोत
पत्ती बाली तरकारीया दुध मक्खन अंकुरित गेहूँ वनस्पति तेल आदि
कमी से प्रभाव
जनन शक्ति का कम होना
विटामिन
k(फीलोक्बीनोन )
कार्य
रुधिर के समान्य थक्के जमना यकृत की समान्य क्रियाओ के लिये
मुख्य स्त्रोत
हरी तरकारीया सोयाबीन का तेल टमाटर आँतों मे जिवाडु भी सँस्लेसर करते है
कमी से प्रभाव
रुधिर स्त्राव का होना येठन आदि
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